भारत सरकार के हस्तक्षेप से सुनिश्चित हुई म्यामां में बंधक बनाए गए पांच भारतीयों की रिहाई

नई दिल्ली । भारत सरकार ने मंगलवार को कहा कि उसके‘‘सही समय पर किए गए हस्तक्षेप’’ से म्यामां के रखाइन प्रांत में एक विद्रोही नस्ली समूह द्वारा बंधक बनाए गए पांच भारतीयों और एक सांसद समेत म्यामां के पांच नागरिकों को छुड़ाया जा सका। गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि म्यामां के एक सांसद, दो स्थानीय ट्रांसपोर्टरों और दो समुद्री नौका परिचालकों के साथ पांच भारतीयों को अराकान सेना ने रविवार को बंधक बना लिया था।

ये लोग चिन राज्य के पलेटवा से रखाइन प्रांत के क्यायुक्ता जा रहे थे। बंधक बनाए गए भारतीय म्यामां में कलादान सड़क परियोजना में काम कर रहे थे। बयान में कहा गया, ‘‘बंधन बनाए गए पांच भारतीयों, म्यामां के एक सांसद और चार अन्य म्यामां नागरिकों की अराकान सेना से छुड़ाने के लिए भारत सरकार ने सही समय पर हस्तक्षेप किया।

इसमें बताया गया कि अराकान सेना की हिरासत में दिल का दौरा पड़ने से एक भारतीय की मौत हो गई। उपलब्ध सूचना के अनुसार उसे लंबे समय से मधुमेह की बीमारी थी। मृतक का शव मंगलवार को यंगून और फिर भारत भेजा जाएगा। अराकान सेना रखाइन स्थित एक विद्रोही समूह है, जिसे यूनाइटेड लीग ऑफ अराकान (यूएलए) की सशस्त्र इकाई के रूप में स्थापित किया गया है।

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